विवाह एक पवित्र बंधन है और पति पत्नी का रिश्ता सिर्फ एक दूसरे के साथ नहीं परंतु एक दूसरे के परिवार के साथ भी सात जन्मों के लिए जुड़ जाता है। एक दूसरे के सुख-दुख में साथ देकर जीवन का सफर एक साथ खुशहाली से पूरा करना ही रिश्ते को मजबूत बनाता है। पर क्या ये रिश्ता 7 जन्मो का होता है?
पति पत्नी का रिश्ता बहुत अनमोल होता है। इस रिश्ते में दो लोग एक दूसरे के सारथी होने के साथ जीवनसाथी की भूमिका निभाते है। पुराणों में 7 जन्मों के बारे में बताया गया है जिसके अनुसार ये रिश्ता सिर्फ इस जन्म के लिए नहीं बल्कि अगले 7 जन्मों के लिए जुड़ जाता है।
क्या सच में पति पत्नी का रिश्ता 7 जन्मों तक चलता है?
हिंदू संस्कृति में विवाह को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है। आइये जानते हैं इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- हिंदू संस्कृति में ऐसा माना जाता है कि विवाह के समय लिए जाने वाले 7 वचनों को निभाने का वचन लेना इस बात का सबूत है कि ये रिश्ता 7 जन्मो के लिए जुड़ जाता है।
- ऐसा माना जाता है कि एक बार किसी व्यक्ति से आपका नाम जुड़ गया उसके बाद 7 जन्मों तक ये पवित्रता निभानी होती है।
- विवाह में दो दिलों का मिलन होता है और शुभ मुहूर्त में हुए विवाह से पति पत्नी आपस में जुड़ जाते हैं और उनके आपस के प्रेम के कारण उन्हें हर जन्म में एक साथ रहने का वरदान मिलता है। पूरे समर्पण, विश्वास से जुड़ा हुआ ये पवित्र बंधन आपसी सलाह से ही 7 जन्मों के लिए जुड़ता है।
- अगर दो लोगों का पिछले जन्म में रिश्ता था या वो दोनों आपस में शादीशुदा थे तो पुनर्जन्म के बाद भी आपके मन में उनके लिए एक अहसास होता है जिसके कारण अपने अगले जन्म में भी उनके लिए वही आदर और प्रेम भाव होगा।
- हिंदू संस्कृति के अनुसार हमारे मन में बहुत सी यादें होती हैं जिनकी वजह से बहुत बार हमें ऐसा एहसास होता है कि किसी व्यक्ति से हम पहले भी मिल चुके हैं। व्यक्ति का चेहरा बदलने से उसके लिए हमारी भावनाएं अलग नहीं होती हैं और बहुत बार उसी व्यक्ति से एक अलग आकर्षण के कारण इस जन्म में भी हम उसके लिए वही भावनाएं महसूस करते हैं।
- चार प्रकार के मन होते हैं जिनमें से अवचेतन मन को ब्रह्माण्डीय मन कहते हैं। इसके अनुरूप यदि हम किसी ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जो हमारे पूर्व जन्म का साथी हो तो अपने वर्तमान जन्म में उसे पाकर एक अपनापन महसूस होता है। ये शारीरिक आकर्षण भी हो सकता है और भावनात्मक भी।
- विवाह एक ऐसा रिश्ता है जिसमें दो लोग आपस में खून से नहीं परंतु कर्मो के बंधन से जुड़े होते हैं। हमारे जीवन में सभी रिश्ते पहले से ही निर्धारित होते हैं लेकिन ये अकेला ऐसा रिश्ता है जहां दो लोगों का मन बंधा होता है और इसी संसार में आकर रचना होती है और क्योंकि मनुष्य खुद इसे जोड़ता है इसलिए ये रिश्ता 7 जन्मों तक जुड़ा होता है।
निष्कर्ष
पति पत्नी का रिश्ता विश्वास और एक दूसरे के लिए निस्वार्थ प्रेम से ही मजबूत होता है। सात जन्मों की बात हो या एक जन्म, प्रेम और समर्पण से बनाया गया रिश्ता केवल एक जन्म तक ही नहीं रहता। अग्नि के सामने लिए गए वचन इस रिश्ते को मजबूत बना देते हैं और ये विश्वास देते हैं कि सात जन्म तक ये बंधन ऐसे ही जुड़ा रहेगा। विधि पूर्वक किए गए इस रिश्ते में लालच और अहंकार नहीं परंतु एक दूसरे का साथ निभाने का वचन लिया जाता है। इसलिए देवता भी इसे 7 जन्मों के लिए जोड़ देते हैं।
विवाह और उससे जुड़ी किसी और जानकारी के लिए Jyotish Ratan Kendra से संपर्क करें और अपनी शादीशुदा जिंदगी को आनंदमय बनाएं।
>> Mob No.: +91-8527749889, 9971198835
>> WhatsApp: +91-8527749889
हमारे पास वास्तविक रुद्राक्ष और जेमस्टोन की विस्तृत रेंज है। हम अपने ग्राहकों को उच्चतम गुणवत्ता के उत्पाद और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा प्रदान करने पर गर्व करते हैं। हमारी अन्य सेवाओं में यंत्र और कवच, ऑनलाइन पूजा, कुंडली विश्लेषण (जन्म कुंडली तैयार करना और परामर्श), वास्तु ज्योतिष, रत्न और रुद्राक्ष शामिल हैं।
Also Read:
- Pitra Paksh 2024 / Shradh 2024: श्राद्ध की तिथियां व पितृ शांति के उपाय
- Jitiya Vrat 2024: जानें व्रत तिथि, पूजा विधि व जितिया व्रत कथा
- Shardiya Navratri 2024: जानें शारदीय नवरात्री की तिथियां व घट स्थापना का मुहूर्त
- Dussehra 2024: A Celebration of Good over Evil
- Sharad Purnima 2024: जानें शरद पूर्णिमा 2024 में कब है व पूजा विधि
- Karwa Chauth 2024: कब है करवा चौथ? करें ये उपाय रिश्ते को मज़बूत करने के लिए
- Pradosh Vrat क्या होता है? जानें प्रदोष व्रत करने की विधि और फायदे