संतान प्राप्ति हर दंपत्ति के जीवन का सबसे सुखद अनुभव होता है। ज्योतिष विज्ञान में संतान प्राप्ति से जुड़े योगों और ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व है। 2025 में ग्रहों की अनुकूलता और उपायों के माध्यम से संतान सुख प्राप्ति के योग कैसे बनाए जा सकते हैं, यह जानना हर इच्छुक माता-पिता के लिए फायदेमंद होता है। इस लेख के माध्यम से हम बताएँगे की किन-किन राशि के जातकों का santan prapti yog 2025 में बन रहा है और जिनका नहीं बन रहा है, उन्हें क्या उपाय करने से लाभ मिलेगा।
ज्योतिष के अनुसार, किसी व्यक्ति की कुंडली में पंचम भाव संतान का प्रमुख स्थान होता है। इसके अलावा, बृहस्पति, चंद्रमा और शुक्र जैसे ग्रहों की स्थिति भी संतान प्राप्ति के योग बनने या बाधा उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
यदि इन ग्रहों की स्थिति अनुकूल न हो, तो व्यक्ति को संतान प्राप्ति में कठिनाई हो सकती है।
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र (Venus), बृहस्पति (Jupiter) और चंद्रमा (Moon) का संतान प्राप्ति में अत्यधिक महत्व है। ये तीनों ग्रह प्रजनन, भावनात्मक स्थिरता, और सुख-समृद्धि के कारक माने जाते हैं। 2025 में इन ग्रहों की स्थिति और उनका गोचर विभिन्न राशियों के लिए संतान प्राप्ति में कैसे योगदान देगा, आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
शुक्र ग्रह की स्थिति 2025 में
शुक्र ग्रह प्रेम, प्रजनन, विवाह, और सौंदर्य का प्रतीक है। ज्योतिष में शुक्र की मजबूत स्थिति संतान प्राप्ति में मदद करती है। कुंडली में शुक्र कमजोर या अशुभ स्थिति में हो तो संतान प्राप्ति के योग में खनन डाल सकता है।
अप्रैल 2025 से जून 2025 शुक्र की स्थिति अनुकूल होगी। इस दौरान संतान प्राप्ति के प्रयास करने से सफलता मिलने की संभावना बढ़ेगी।
चंद्रमा की स्थिति 2025 में
चंद्रमा मन, भावनाओं और माता-पिता के रिश्ते का प्रतीक है। कुंडली में चंद्रमा की मजबूत स्थिति मानसिक शांति और संतान के प्रति जुड़ाव को दर्शाती है। कमजोर चंद्रमा संतान प्राप्ति में भावनात्मक और मानसिक बाधाएं उत्पन्न कर सकता है।
चंद्रमा हर दो दिन में राशि परिवर्तन करता है। इसलिए इसका प्रभाव प्रत्येक राशि पर अलग-अलग दिनों में पड़ता है। यहां 2025 में चंद्रमा की सामान्य स्थिति और प्रभाव को समझाया गया है।
मई 2025 से जुलाई 2025 चंद्रमा की स्थिति विशेष रूप से अनुकूल रहेगी। इस समय मन की शांति और ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव संतान प्राप्ति में मदद करेगा।
बृहस्पति की स्थिति 2025 में
बृहस्पति की दृष्टि और स्थिति संतान प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पंचम भाव में इसकी अनुकूल दृष्टि संतान योग को प्रबल बनाती है। बृहस्पति न केवल संतान सुख बल्कि ज्ञान, समृद्धि, और वैवाहिक जीवन में स्थिरता का प्रतीक है। पंचम और नवम भावों को मजबूत बनाकर बृहस्पति, व्यक्ति को संतोषजनक जीवन और संतान सुख प्रदान करता है।
2025 में बृहस्पति का गोचर संतान प्राप्ति के लिए कई राशियों के लिए शुभ रहेगा। इसका गोचर मेष, वृषभ और मिथुन राशियों में होगा, जो विभिन्न राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा।
2025 में अप्रैल से जुलाई और अक्टूबर से दिसंबर का समय बृहस्पति के प्रभावशाली समय माने जाएंगे। इन महीनों में बृहस्पति का गोचर मेष और तुला राशि में संतान प्राप्ति के प्रबल योग बनाएगा।
2025 में बृहस्पति की मेष राशि में स्थिति आपके लिए अत्यंत शुभ रहेगी। यह साल संतान प्राप्ति के लिए सुनहरा समय है। अप्रैल से जुलाई तक ग्रहों की स्थिति अनुकूल रहेगी, जिससे आपके प्रयास सफल हो सकते हैं। मानसिक शांति और खुशी आपके परिवार में बनी रहेगी।
उपाय:
2025 में वृषभ राशि वालों को धैर्य रखने की जरूरत है। राहु-केतु का प्रभाव संतान प्राप्ति में कुछ बाधाएं ला सकता है। लेकिन अगस्त के बाद स्थितियां अनुकूल होंगी। पंचम भाव में शुक्र की स्थिति से सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी।
उपाय:
2025 मिथुन राशि के लिए शुभ समाचार लेकर आ सकता है। पंचम भाव में चंद्रमा की स्थिति आपके संतान योग को मजबूत करेगी। ग्रहों की अनुकूल दशा के कारण संतान प्राप्ति के योग प्रबल होंगे। परिवार में खुशी और सौहार्द का वातावरण बनेगा।
उपाय:
2025 में कर्क राशि वालों को बृहस्पति का आशीर्वाद मिलेगा। पंचम भाव में बृहस्पति की दृष्टि आपके लिए संतान प्राप्ति के योग बनाएगी। हालांकि, अप्रैल से पहले कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं आ सकती हैं।
उपाय:
सिंह राशि वालों के लिए 2025 शुभ रहेगा। पंचम भाव में शुक्र और बृहस्पति की अनुकूल स्थिति से संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। परिवार में सुख-शांति का माहौल रहेगा। यह साल आपकी इच्छाओं को पूरा करने का समय है।
उपाय:
2025 में कन्या राशि वालों को धैर्य और प्रयास की आवश्यकता है। पंचम भाव में राहु का प्रभाव संतान प्राप्ति में कुछ विलंब कर सकता है। लेकिन उपाय करने से नकारात्मकता दूर होगी और सफलता मिलेगी।
उपाय:
तुला राशि वालों के लिए 2025 में संतान प्राप्ति के प्रबल योग बन रहे हैं। बृहस्पति और चंद्रमा की शुभ दृष्टि से परिवार में खुशियां आएंगी। आपका स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति भी मजबूत रहेगी।
उपाय:
2025 में वृश्चिक राशि के जातकों को संतान प्राप्ति के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। शनि और राहु का प्रभाव पंचम भाव में कुछ बाधाएं उत्पन्न कर सकता है। अक्टूबर के बाद स्थिति अनुकूल होगी।
उपाय:
2025 धनु राशि वालों के लिए अनुकूल रहेगा। बृहस्पति का गोचर पंचम भाव को मजबूत करेगा और संतान प्राप्ति के योग बनाएगा। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी।
उपाय:
मकर राशि वालों के लिए 2025 मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। राहु और केतु का प्रभाव संतान प्राप्ति में देरी कर सकता है। लेकिन बृहस्पति के उपाय करने से सफलता मिल सकती है।
उपाय:
2025 कुंभ राशि वालों के लिए सकारात्मक रहेगा। पंचम भाव में चंद्रमा और शुक्र की अनुकूल स्थिति से संतान प्राप्ति के योग प्रबल होंगे। यह साल आपको नई उम्मीदों से भर देगा।
उपाय:
मीन राशि के जातकों के लिए 2025 शुभ रहेगा। बृहस्पति की कृपा से संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। पारिवारिक जीवन में सुख-शांति का अनुभव होगा।
उपाय:
कुंडली में अशुभ ग्रह स्थिति के कारण संतान प्राप्ति में बाधाएं आ सकती हैं। ज्योतिष के अनुसार, इन बाधाओं को दूर करने के लिए उपाय करना आवश्यक है।
संतान प्राप्ति में बाधाएं:
उपाय:
ज्योतिष में वैदिक उपायों को ग्रह दोष को दूर करने के लिए अचूक माना जाता है।
2025 का साल ज्योतिषीय दृष्टि से संतान प्राप्ति के लिए अनुकूल है। सही समय पर प्रयास, कुंडली का विश्लेषण और वैदिक उपायों का पालन करने से संतान सुख प्राप्त किया जा सकता है। बृहस्पति, चंद्रमा और शुक्र की शुभ स्थिति कई राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। यदि आप भी इस वर्ष संतान प्राप्ति की योजना बना रहे हैं, तो ज्योतिषीय परामर्श लें और शुभ समय का लाभ उठाएं।
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